आपने कभी ना कभी तो अपने टी.वी सेट पर अतुल्य भारत कि तस्वीर जरुर देखी होगी ! हाँ ! हाँ वही जिसमे एक लड़की अपनी आंखे नचाती है ! याद आया ...... "बन्दर देखा, हाथी देखा
बारहसिंघ और चीतल देखा........"
वाकई बहुत लाजवाब प्रचार है ! मुझे बहुत पसंद है ! तो जाहिर सी बात है आप को भी बहुत पसंद होनी चाहिए तो अब जिसको पसंद है वो इसको पढे ! नहीं, तो भी वह पढे !
अरे ............अरे.........माफ़ करना पता नहीं क्या क्या लिख दिया ? मेरा मकसद आपको डराना नहीं था बस यूँ ही slip of finger हो गया ! अब माफ़ भी कर दो ! अभी कोई लड़की होती तो फट से माफ़ कर देते भले ही उससे slip of tongue हो जाता ! और मुझे माफ़ करने में तकलीफ हो रही है ! पक्षपाती.......................खैर !
उस प्रचार में अतुल्य भारत कि तस्वीर तो ठीक थी पर मेरा नजरिया कुछ अलग है ! हालाँकि इस प्रचार कि कॉपी राईट नहीं है मेरे पास पर कुछ बदलाव के साथ अपना नजरिया पेश कर रहा हूँ ! सुर-ताल आप स्वयं लगाये यह मेरा काम नहीं है !
"खादी देखा,खाखी देखा !
बाबाओं का गोरखधंधा देखा !!
दिल्ली के तख्तो ताज पर,
नरपिशाच, नरभक्षी देखा !!
मिलावट, रिश्वत का अजब अजूबा,
इटली में दिल्ली का सूरज डूबा !!
"अफजल गुरु" का संसद,
और आतंकवादियों कि दहाड़ देखा !!
खिलाडियों कि होती पूजा,
फिरोजशाह ने दे दिया गच्चा !!
बी .एस .इ. एस महकमों में भटका,
पी.सी.आर ने दे दिया झटका !!
एन.डी.ए और यू.पी.ए लगे झूलने,
राजद ,सपा ने जैसे ही गठबंधन खींचा!!
"शंघाई" के नाम पर मिली टूटी फूटी सड़के,
ट्रेफिक जाम में खुद के पसीने को सींचा !!
मेट्रो कि छिक छिक छुक छुक सुनकर,
आ पहुंचा मै राष्ट्र मंडल २०१० खेल पर....
झुग्गी वालों के आंसूओ की शांति में,
खुद के अन्दर झाँक कर देखा !!
हिन्दुस्तान का दिल देखा !!
हिन्दुस्तान का दिल देखा!!!!
The Heart of Incredible India. Delhi
"शंघाई" बनाने की तैयारी हो चुकी है ! बस आप की जरा सी जर्रानवाजी और चाहिए ! वो कहते है ना .....खैर छोडिये क्या कहना ? एक शायर का एक कलाम याद आ गया कि
"दिल अभी पूरी तरह टूटा नहीं है !
कुछ दोस्तों कि और मेहरबानी चाहिए !!"
विनय पाण्डेय
"दिल अभी पूरी तरह टूटा नहीं है !
ReplyDeleteयहाँ तो देश टूटने की कगार पे है और आप दिल की फिक्र में बैठे हैं..चिन्ता मत कीजिए..दिल है कोई पत्थर थोडे ही है,नेताओं के राज में बचा खुचा भी जल्दी ही टूट जाएगा :-)